बृहज्ज्यौतिषसारः ,सामुद्रिकादि वैशिष्ट्य सहितः - रूपनारायण शर्मा, उमाशंकर शुक्ल / Brihajjyautish Saar - Rupnarayan Sharma, Umashankar Shukla
वैदिक संस्कृति एवं संस्कृत साहित्य
Vedic Sanskriti Evam Sanskrit Sahitya
पुस्तक का नाम - बृहज्ज्यौतिषसारः / Brihajjyautish Saar
लेखक का नाम - रूपनारायण शर्मा, उमाशंकर शुक्ल / Rupnarayan Sharma, Umashankar Shukla
प्रकाशक का नाम - ठाकुर प्रसाद पुस्तक भण्डार
पुस्तक के पृष्ठ - 310
पुस्तक का आकार/साइज - 86.3
पुस्तक का विषय - ज्योतिष
इस पुस्तक का नाम बृहज्ज्यौतिषसारः / Brihajjyautish Saar है। इस पुस्तक का लेखक रूपनारायण शर्मा, उमाशंकर शुक्ल / Rupnarayan Sharma, Umashankar Shukla हैं। इस पुस्तक का प्रकाशक ठाकुर प्रसाद पुस्तक भण्डार है। इस पुस्तक में पृष्ठ 310 हैं। इस पुस्तक का आकार या साइज 86.3 MB है। इस पुस्तक का विषय ज्योतिष है।
सामान्यतः लोगों के मन में जीवन की घटनाओं को जानने की जिज्ञासा हुआ करती है , परन्तु इन घटनाओं का सही फलादेश वही ज्योतिषी भली भांति कर सकता है जिसे त्रिस्कंध ज्योतिष (सिद्धान्त, संहिता, होरा ) का अच्छा ज्ञान हो , इस ज्ञान को प्राप्त करने के लिए महर्षियों द्वारा अनेक ग्रन्थ रचे गए हैं जिनका पूर्णरूपेण अध्ययन इस अल्प समय में सम्भव नहीं, अतः उन ग्रंथों के सार को लेकर इस 'बृहज्ज्यौतिषसार' नामक ग्रन्थ की रचना हुई है . इस ग्रन्थ में मुहूर्त, जातक, शकुन और सामुद्रिक सम्बन्धी अनेक महत्त्वपूर्ण विषयों का समावेश किया गया है . पाठकगण केवल इस ग्रन्थ के अध्ययनमात्र से ज्योतिषशास्त्र की अच्छी जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं.
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